Saving Account Interest – अब वक्त आ गया है कि सेविंग अकाउंट को सिर्फ पैसों की पार्किंग नहीं, बल्कि एक छोटे-छोटे रिटर्न कमाने वाले विकल्प के तौर पर देखा जाए। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंकों को सख्त हिदायत दी है कि वे बचत खातों में जमा रकम पर ग्राहकों को ब्याज जरूर दें।
क्या होता है सेविंग अकाउंट?
सेविंग अकाउंट यानी बचत खाता, वो बैंक खाता होता है जिसमें लोग अपने रोज़मर्रा के खर्चों और छोटी-छोटी सेविंग्स को रखते हैं। मोबाइल रिचार्ज हो या ऑनलाइन शॉपिंग, हर पेमेंट के लिए अब सेविंग अकाउंट ज़रूरी बन गया है। ऐसे में बहुत से लोग बस पैसा जमा कर छोड़ देते हैं, लेकिन अब ध्यान देने वाली बात ये है कि वही जमा पैसा धीरे-धीरे ब्याज के जरिए आपके लिए कमाई भी करेगा।
पहले कैसे मिलती थी ब्याज?
पहले बैंक केवल महीने की सबसे कम राशि यानी न्यूनतम बैलेंस पर ब्याज देते थे। यानी महीने में कभी आपके खाते में सिर्फ ₹5000 पड़े थे, तो वही राशि ब्याज के लिए गिनी जाती थी, भले ही बाकी दिनों में खाता ₹50000 से ऊपर रहा हो। इससे ग्राहकों को ज्यादा फायदा नहीं हो पाता था।
अब क्या बदला है?
अब RBI ने नया नियम लागू कर दिया है कि सभी बैंक दैनिक शेष राशि के आधार पर ब्याज दें। मतलब – हर दिन आपके खाते में जितने पैसे पड़े होंगे, उस दिन का ब्याज उसी आधार पर गिना जाएगा। महीने के आख़िर में या तिमाही पर यह ब्याज जोड़कर आपके खाते में जमा कर दिया जाएगा।
सीधे-सीधे फायदा
अब अगर आपने महीने में कुछ दिन ₹10000 और बाकी दिन ₹40000 रखे, तो बैंक हर दिन के हिसाब से अलग-अलग ब्याज कैलकुलेट करेगा। इससे आपको बेहतर रिटर्न मिलेगा, और जितना ज़्यादा पैसा खाता में रहेगा, उतना ही ज़्यादा फायदा होगा।
कितना ब्याज मिल रहा है?
अभी देश के बड़े बैंक जैसे HDFC, ICICI, SBI और PNB जैसे बैंक 2.5% से 3.5% तक सालाना ब्याज दे रहे हैं। वहीं, कुछ स्मॉल फाइनेंस बैंक और डिजिटल बैंक 5% से 8% तक का ब्याज भी दे रहे हैं। मतलब अगर आप सही बैंक चुनें, तो सेविंग अकाउंट से भी बढ़िया रिटर्न मिल सकता है।
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कैसे कैलकुलेट होता है ब्याज?
मान लीजिए आपके खाते में रोज़ ₹500000 की औसतन राशि पड़ी रहती है, और बैंक 3% सालाना ब्याज दे रहा है। तो एक दिन का ब्याज होगा:
₹500000 x 3% / 365 = ₹41.09 लगभग
अब ये हर दिन जुड़ेगा और महीने के आखिर में जोड़कर आपके खाते में आ जाएगा। यह दिखने में छोटा लगता है, लेकिन साल भर में बढ़िया रकम बन जाती है।
टैक्स का क्या नियम है?
अब बात करते हैं टैक्स की –
- अगर आप एक सामान्य खाताधारक हैं, तो साल भर में सेविंग अकाउंट पर मिलने वाला ₹10000 तक का ब्याज टैक्स फ्री है।
- अगर आप सीनियर सिटिजन (60 साल से ऊपर) हैं, तो ये छूट ₹50000 तक की है।
- इसके ऊपर की कमाई आपकी कुल इनकम में जुड़ जाएगी और उस पर आयकर स्लैब के हिसाब से टैक्स लगेगा।
किन लोगों को ज्यादा फायदा मिलेगा?
- जो लोग महीनेभर अपने सेविंग अकाउंट में अच्छा बैलेंस रखते हैं।
- जिनकी एफडी नहीं है और छोटा-मोटा ब्याज पाना चाहते हैं।
- जो डिजिटल पेमेंट ज्यादा करते हैं, और हर बार सेविंग अकाउंट का ही इस्तेमाल होता है।
क्या करें ताकि ज्यादा ब्याज मिले?
- अपने सेविंग अकाउंट में रोज़ाना कम से कम ₹10000 से ज्यादा बैलेंस रखने की आदत बनाएं।
- ज्यादा ब्याज देने वाले बैंकों की जानकारी रखें और जरूरत पड़ने पर खाता शिफ्ट करें।
- अगर आप बुजुर्ग हैं, तो जरूर जानें कि आपके लिए ब्याज पर छूट की सीमा ज्यादा है।
अब समय आ गया है कि आप अपने पैसे को बिना लॉक किए भी ब्याज कमाने दें। सेविंग अकाउंट में पड़े पैसे भी आपकी कमाई का एक जरिया बन सकते हैं। बस थोड़ा समझदारी से खाता चुनिए और फालतू खर्चों से बचकर पैसे को खाता में टिकाए रखिए।
अगर आपको किसी खास बैंक की ब्याज दर जाननी है या FD बनवाने में कन्फ्यूजन है, तो पूछिए – मैं पूरी जानकारी आपके लिए तैयार रखूंगा।
