Two Wheelers Toll Tax – इन दिनों अगर आप भी सोशल मीडिया या व्हाट्सएप पर एक्टिव हैं तो आपने एक बात जरूर सुनी होगी – “अब बाइक और स्कूटर वालों को भी हाईवे पर टोल टैक्स देना पड़ेगा!” खासकर 15 जुलाई 2025 से इसे लागू किए जाने की खबर तेजी से फैल रही है। कई लोग परेशान हैं, तो कुछ लोग इसे सरकार की एक और आम आदमी विरोधी नीति बता रहे हैं।
लेकिन क्या वाकई ऐसा होने जा रहा है? क्या दोपहिया वाहनों पर टोल टैक्स लगाने का कोई नया नियम पास हुआ है?
तो चलिए आज इस खबर की सच्चाई जानते हैं, वो भी साफ और आसान शब्दों में।
वायरल खबर का दावा क्या है?
वायरल पोस्ट और मैसेज में कहा जा रहा है कि 15 जुलाई 2025 से भारत में सभी दोपहिया वाहनों – यानी बाइक और स्कूटर – को भी नेशनल हाइवे पर चलने के लिए टोल टैक्स देना पड़ेगा।
जैसे कार, ट्रक, बस और बड़ी गाड़ियों से टोल वसूला जाता है, वैसे ही अब बाइकों से भी वसूली होगी।
अब इस खबर को लेकर बाइक चलाने वाले लोगों में खासा गुस्सा और चिंता देखने को मिल रही है। सोशल मीडिया पर खूब बहस हो रही है – कुछ लोग इसे सही बता रहे हैं, कुछ विरोध कर रहे हैं।
गडकरी ने खुद किया सच साफ
जब यह बात ज्यादा फैलने लगी, तो देश के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को खुद सामने आकर सफाई देनी पड़ी। उन्होंने ‘X’ (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट करके इस खबर को पूरी तरह से खारिज कर दिया।
गडकरी ने अपने पोस्ट में साफ लिखा:
“कुछ मीडिया हाउस और सोशल मीडिया अकाउंट्स द्वारा दोपहिया वाहनों पर टोल टैक्स लगाए जाने की भ्रामक खबरें फैलाई जा रही हैं। मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि ऐसा कोई प्रस्ताव सरकार के पास नहीं है। टू-व्हीलर पर टोल से पूरी तरह छूट जारी रहेगी।”
उन्होंने ये भी कहा कि ऐसी खबरें फैलाकर सनसनी मचाना ठीक नहीं है और यह पत्रकारिता के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है।
टू-व्हीलर वालों को क्यों दी जाती है छूट?
भारत में टू-व्हीलर को हमेशा से टोल टैक्स से छूट दी जाती रही है। इसकी कई वजहें हैं:
- दोपहिया वाहन कम स्पेस लेते हैं और ट्रैफिक पर ज्यादा असर नहीं डालते
- इनका इंजन छोटा होता है और ईंधन की खपत भी कम होती है
- आम आदमी, स्टूडेंट, डिलीवरी बॉय, और मजदूर वर्ग ज्यादातर बाइक या स्कूटर से सफर करता है
- इनका टोल पर रुकना ट्रैफिक को भी बाधित कर सकता है
सरकार यह मानती है कि इस वर्ग पर आर्थिक बोझ नहीं डालना चाहिए।
अगर टोल टैक्स लगता तो क्या होता?
मान लीजिए अगर टू-व्हीलर पर वाकई टोल टैक्स लग जाता, तो देश में लाखों बाइक और स्कूटर मालिकों की मुश्किलें बढ़ जातीं।
- रोजाना हाईवे से जाने वाले स्टूडेंट्स और नौकरीपेशा लोगों को अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ता
- डिलीवरी और कूरियर से जुड़े युवाओं पर भी असर पड़ता
- ट्रैफिक और टोल प्लाजा पर लोड बढ़ जाता
- छोटे शहरों और गांवों में जहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट नहीं है, वहां टू-व्हीलर ही सहारा है
कुल मिलाकर यह एक बड़ा झटका होता, जो आम आदमी की जेब पर असर डालता।
ऐसी झूठी खबरें क्यों फैलती हैं?
हर बार की तरह इस बार भी कुछ मीडिया हाउस और सोशल मीडिया पेज बिना तथ्य जांचे, सिर्फ TRP और वायरल होने के चक्कर में गलत जानकारी फैला देते हैं।
ऐसी खबरें:
- लोगों में भ्रम पैदा करती हैं
- सरकार की छवि पर असर डालती हैं
- आम जनता को बेवजह डराती हैं
- सोशल मीडिया पर फालतू विवाद खड़ा करती हैं
यही वजह है कि सरकार को खुद आगे आकर इन बातों का खंडन करना पड़ता है।
क्या कभी दोपहिया पर टोल लग सकता है?
फिलहाल तो सरकार की ऐसी कोई योजना नहीं है। न ही संसद में और न ही कैबिनेट मीटिंग में कोई प्रस्ताव आया है। लेकिन भविष्य की बात करें तो अगर देश में सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर और नीति में कोई बड़ा बदलाव होता है, तो इस पर विचार हो सकता है – वो भी बहुत सोच-समझकर।
लेकिन आमतौर पर ऐसा नहीं होता, क्योंकि भारत जैसे देश में टू-व्हीलर एक जीवनरेखा की तरह है, और सरकार इससे अच्छी तरह वाकिफ है।
आपको क्या करना चाहिए?
- अगर इस तरह की कोई खबर मिले तो तुरंत उसकी सच्चाई जांचें
- आधिकारिक स्रोत जैसे सरकार की वेबसाइट, नितिन गडकरी का ‘X’ हैंडल, PIB Fact Check जैसी जगह से जानकारी लें
- बिना पुष्टि किए मैसेज फॉरवर्ड न करें
- सोशल मीडिया पर अफवाहों से दूर रहें
तो अब आप जान गए होंगे कि टू-व्हीलर पर टोल टैक्स लगाने की बात सिर्फ एक अफवाह है, और इसमें कोई सच्चाई नहीं है। नितिन गडकरी खुद इस पर सफाई दे चुके हैं और कहा है कि दोपहिया वाहनों को टोल से पूरी तरह छूट मिलती रहेगी।
इसलिए अब आराम से अपनी बाइक स्टार्ट कीजिए और हाईवे पर सवारी कीजिए – बिना किसी टोल की टेंशन के।