Salary Hike – जनवरी 2025 जैसे-जैसे करीब आ रहा है, वैसे-वैसे केंद्रीय कर्मचारियों की उम्मीदें बढ़ती जा रही हैं। सभी को इंतजार है 8वें वेतन आयोग के लागू होने का। एक करोड़ से ज्यादा केंद्रीय कर्मचारी और पेंशनभोगी इस फैसले की राह देख रहे हैं, क्योंकि इसके बाद उनकी सैलरी में बड़ा इजाफा हो सकता है। खास बात ये है कि सिर्फ मौजूदा कर्मचारी ही नहीं बल्कि सेवानिवृत्त पेंशनर्स को भी इससे फायदा होगा।
सरकार की तरफ से अभी तक कोई पक्की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन जो बातें सामने आ रही हैं, वो कर्मचारियों के लिए राहत देने वाली हैं। खासकर फिटमेंट फैक्टर और महंगाई भत्ते को लेकर कुछ मजबूत संकेत मिल रहे हैं।
फिटमेंट फैक्टर कितना हो सकता है?
अभी सबसे ज्यादा चर्चा 1.92 के फिटमेंट फैक्टर की हो रही है। कुछ संगठन जरूर 2.57 या 3.68 की मांग कर रहे थे, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार 1.92 पर ही मुहर लगा सकती है। अब इसका असर समझिए – जिनकी मौजूदा बेसिक सैलरी 18000 रुपये है, उनकी नई बेसिक सैलरी 34560 रुपये हो जाएगी।
लेकिन ध्यान रहे, इसमें अभी महंगाई भत्ता और बाकी भत्ते शामिल नहीं हैं। यानी असल सैलरी इससे भी ज्यादा हो सकती है।
महंगाई भत्ते में कितना इजाफा?
फिलहाल केंद्रीय कर्मचारियों को 55% डीए मिल रहा है, जो जल्द ही बढ़कर 58% तक पहुंच सकता है। अनुमान है कि जनवरी 2026 तक ये 60-61% तक जा सकता है। और जब नया वेतन आयोग लागू होगा, तब ये महंगाई भत्ता बेसिक सैलरी में जोड़ दिया जाएगा – इस प्रोसेस को कहते हैं DA मर्जिंग।
इससे फायदा ये होगा कि नई बेसिक सैलरी और बढ़ जाएगी। जैसे 18000 रुपये पर 61% डीए जोड़ने पर बेसिक बन जाएगी लगभग 29000 रुपये, और फिर उस पर 1.92 फिटमेंट फैक्टर लगाने से सैलरी सीधे छलांग मारकर पहुंच सकती है 55661 रुपये के करीब।
कैसे बढ़ेगी पूरी सैलरी?
इस सैलरी स्ट्रक्चर में सिर्फ बेसिक ही नहीं, बल्कि एचआरए, ट्रांसपोर्ट अलाउंस, मेडिकल अलाउंस जैसी चीजें भी बढ़ेंगी। उदाहरण के तौर पर अगर 34560 रुपये नई बेसिक सैलरी होती है, तो 24% के हिसाब से एचआरए करीब 8300 रुपये, ट्रांसपोर्ट अलाउंस 1350 रुपये और अन्य मिलाकर ग्रॉस सैलरी करीब 45000 रुपये तक पहुंच सकती है।
अब अगर इसमें से एनपीएस और हेल्थ कटौती (लगभग 3700 रुपये) घटाएं, तो आपकी नेट सैलरी 41500 रुपये के आसपास हो सकती है। यानी कुल मिलाकर एक शानदार बढ़ोतरी।
कौन-कौन से भत्तों में होगा बदलाव?
- एचआरए: अभी 8, 16, 24% मिलता है – इसमें बढ़ोतरी की संभावना है
- ट्रांसपोर्ट अलाउंस: नए रेट के अनुसार तय होगा
- मेडिकल और टीए/डीए: इसमें भी संशोधन किया जा सकता है
- पेंशनर्स के लिए: डीए मर्जिंग का फायदा मिलेगा और पेंशन में भी इजाफा होगा
सभी भत्तों की दरें वेतन आयोग की अंतिम रिपोर्ट और सरकार की मंजूरी के बाद लागू होंगी।
कर्मचारियों के लिए क्या होगा असर?
- आमदनी में अच्छी खासी बढ़ोतरी
- जीवन स्तर में सुधार
- महंगाई से लड़ने में राहत
- सेविंग्स और खर्च करने की ताकत बढ़ेगी
- परिवार के लिए बेहतर सुविधाएं जुटाने में आसानी
ये बदलाव केवल सैलरी तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि इससे कर्मचारियों का आत्मविश्वास भी बढ़ेगा और उनका काम के प्रति उत्साह भी।
सरकार क्या कहती है?
सरकार की तरफ से अब तक कोई आधिकारिक गाइडलाइन नहीं आई है, लेकिन ये साफ है कि बजट और कर्मचारी संगठनों से बातचीत के आधार पर ही अंतिम फैसला होगा। वेतन आयोग की रिपोर्ट जैसे ही पेश होगी, कैबिनेट उस पर चर्चा करेगी और फिर कोई ठोस घोषणा होगी।
निचला स्तर या ऊंचा पद – किसे कितना फायदा?
फायदा तो सभी को मिलेगा, लेकिन पे लेवल के हिसाब से बढ़ोतरी अलग-अलग होगी। निचले स्तर के कर्मचारियों को बेसिक अनुपात में बढ़ोतरी मिलेगी जबकि उच्च पदों पर बैठे कर्मचारियों की सैलरी में भारी इजाफा होगा। फिर भी 1.92 का फिटमेंट फैक्टर सभी के लिए फायदेमंद है।
अगर सब कुछ अनुमान के मुताबिक होता है, तो 8वां वेतन आयोग कर्मचारियों की जिंदगी में एक बड़ा बदलाव लाएगा। सैलरी में इजाफा, भत्तों में संशोधन और मर्जिंग के चलते कर्मचारियों को एक बार फिर आर्थिक मजबूती मिलेगी। बस अब नजरें टिकी हैं सरकार की घोषणा पर।