Petrol Diesel Price – अगर आप हर महीने की पहली तारीख को पेट्रोल पंप पर जाने से पहले रेट चेक करते हैं, तो ये खबर आपके लिए है। जुलाई की शुरुआत में ही पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लेकर लोगों में काफी कन्फ्यूजन था — क्या रेट बढ़े? घटे? या फिर जस के तस रहे?
तो चलिए आपको पूरा अपडेट देते हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्या चल रहा है?
दुनिया भर में कच्चे तेल की कीमतें इस समय ऊपर की ओर जा रही हैं। ब्रेंट क्रूड एक बार फिर 78 डॉलर प्रति बैरल के पार चला गया है और WTI भी 74.88 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच चुका है। ये संकेत हैं कि आने वाले दिनों में तेल महंगा हो सकता है।
आम तौर पर जब इंटरनेशनल मार्केट में कच्चा तेल महंगा होता है, तो भारत में पेट्रोल-डीजल के रेट भी ऊपर चले जाते हैं। लेकिन इस बार मामला थोड़ा अलग है।
तो 1 जुलाई को क्या हुआ?
सरकारी तेल कंपनियों (जैसे IOC, BPCL और HPCL) ने 1 जुलाई 2025 को कोई बदलाव नहीं किया है। मतलब, जो रेट जून के आखिर में थे, वही अब भी लागू हैं।
इसका फायदा सीधे तौर पर आम जनता को मिला है। कई लोगों को डर था कि जुलाई की शुरुआत महंगाई के झटके से होगी, लेकिन फिलहाल राहत ही मिली है।
आपके शहर में पेट्रोल-डीजल कितने का मिल रहा है?
यहां कुछ बड़े शहरों के लेटेस्ट रेट दिए गए हैं:
शहर | पेट्रोल (₹/लीटर) | डीजल (₹/लीटर) |
---|---|---|
नई दिल्ली | 94.78 | 87.65 |
मुंबई | 104.20 | 92.17 |
कोलकाता | 103.98 | 90.79 |
चेन्नई | 100.79 | 92.69 |
अहमदाबाद | 94.53 | 90.18 |
बेंगलुरु | 102.96 | 89.06 |
हैदराबाद | 107.48 | 95.74 |
जयपुर | 104.76 | 90.25 |
लखनऊ | 94.70 | 87.84 |
पुणे | 104.08 | 90.61 |
चंडीगढ़ | 94.34 | 82.49 |
इंदौर | 106.52 | 91.92 |
पटना | 105.62 | 93.84 |
सूरत | 95.04 | 89.05 |
नाशिक | 95.50 | 89.48 |
आप देख सकते हैं कि हर राज्य और शहर में रेट थोड़े-थोड़े अलग हैं। इसकी वजह है राज्य सरकारों का अलग-अलग VAT (टैक्स), ट्रांसपोर्ट कॉस्ट और डीलर का कमीशन।
हर दिन सुबह 6 बजे अपडेट होते हैं रेट
भारत में पेट्रोल और डीजल के रेट हर रोज़ सुबह 6 बजे अपडेट होते हैं। ये कीमतें इंटरनेशनल क्रूड रेट, एक्सचेंज रेट, ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट, डीलर कमीशन और टैक्स को जोड़कर तय की जाती हैं।
तो अगली बार अगर कोई पूछे कि “भाई, कच्चा तेल तो सस्ता है, फिर पेट्रोल महंगा क्यों?” तो उसे समझाइए कि इसमें कई फैक्टर काम करते हैं।
आने वाले दिनों में बढ़ेंगे दाम?
अब सवाल ये उठता है कि अगर कच्चे तेल की कीमतें इंटरनेशनल लेवल पर लगातार बढ़ रही हैं, तो क्या आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल महंगे होंगे?
इसका जवाब है — हो सकता है।
सरकारी कंपनियां कभी-कभी तुरंत रेट नहीं बढ़ातीं, बल्कि कुछ समय तक मार्केट का ट्रेंड देखती हैं। अगर अगले कुछ हफ्तों में कच्चा तेल 80 डॉलर के पार चला गया, तो हो सकता है अगस्त की शुरुआत में बढ़ोतरी देखने को मिले।
क्यों जरूरी है रेट पर नजर रखना?
आज के टाइम में पेट्रोल और डीजल सिर्फ वाहन चलाने तक सीमित नहीं हैं। इनकी कीमतें ट्रांसपोर्ट से लेकर खाने-पीने की चीजों तक पर असर डालती हैं। महंगे पेट्रोल का मतलब है कि सामान ढोने का खर्च बढ़ेगा, और उसका असर आपके घर के बजट तक पहुंचेगा।
इसलिए ये ज़रूरी हो जाता है कि हर महीने की पहली तारीख को आप रेट जरूर चेक करें।
क्या करें आम आदमी?
- पेट्रोल कार्ड या ऐप का इस्तेमाल करें जो रिवॉर्ड या कैशबैक देते हैं
- ज़रूरत न हो तो गाड़ी कम चलाएं या शेयरिंग का इस्तेमाल करें
- अपने नजदीकी पेट्रोल पंप का रेट जानने के लिए सरकारी ऐप या वेबसाइट चेक करें
1 जुलाई को सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। यानी आम जनता को फिलहाल राहत मिली है, लेकिन इंटरनेशनल क्रूड रेट्स को देखते हुए ये राहत कब तक टिकेगी, ये कहना मुश्किल है।
अभी के लिए तो राहत की सांस लीजिए, गाड़ी का टैंक फुल कराइए — लेकिन साथ ही बाज़ार पर नज़र भी बनाए रखिए।