सरकार ने लागू किए प्रॉपर्टी के 4 सख्त नियम – जानिए कौन सा आपके लिए सबसे जरूरी है New Land Registry

By Prerna Gupta

Published On:

New Land Registry

New Land Registry – अगर आप प्रॉपर्टी खरीदने या बेचने का प्लान बना रहे हैं, तो ये खबर आपके लिए काफी काम की है। भारत सरकार ने हाल ही में प्रॉपर्टी से जुड़े लेन-देन को लेकर कुछ नए नियम लागू किए हैं, जिनका मकसद है पूरे सिस्टम में पारदर्शिता लाना और हर पक्ष की सुरक्षा सुनिश्चित करना। इन नियमों का पालन करना अब हर खरीददार और विक्रेता के लिए जरूरी हो गया है। आइए जानते हैं क्या हैं वो चार जरूरी नियम और ये कैसे आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं।

नए कानून का मकसद क्या है?

सरकार का उद्देश्य है कि प्रॉपर्टी बाजार में धोखाधड़ी कम हो और हर ट्रांजैक्शन सही तरीके से रेकॉर्ड किया जाए। पहले अक्सर देखा जाता था कि बिना किसी रजिस्ट्रेशन या गलत दस्तावेजों के जरिए प्रॉपर्टी बेची या खरीदी जाती थी, जिससे आगे चलकर विवाद होते थे। अब ऐसा नहीं होगा क्योंकि हर लेन-देन कानूनी प्रक्रिया के तहत ही मान्य होगा।

चार जरूरी नियम जो आपको जानना चाहिए

पहला नियम – प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन अनिवार्य

यह भी पढ़े:
Top 5 Most Attractive Zodiac Signs Top 5 Most Attractive Zodiac Signs

अब कोई भी प्रॉपर्टी खरीदे या बेचे, उसे रजिस्ट्रेशन कराना ही होगा। बिना रजिस्ट्रेशन के लेन-देन मान्य नहीं होगा। इससे फर्जीवाड़ा रोका जा सकेगा और हर प्रॉपर्टी का रिकॉर्ड सरकार के पास होगा।

दूसरा नियम – टाइटल क्लियर होना चाहिए

जो भी प्रॉपर्टी आप खरीद रहे हैं, उसका मालिकाना हक पूरी तरह से साफ होना चाहिए। यानी उस पर किसी और का दावा न हो, कोई कर्ज न हो और न ही कोई कानूनी विवाद। इससे भविष्य में आपको कोर्ट-कचहरी के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।

यह भी पढ़े:
Salary Hike केंद्र सरकार का बड़ा तोहफा! अब ₹18,000 की सैलरी सीधे ₹34,560 होगी Salary Hike

तीसरा नियम – वित्तीय पारदर्शिता जरूरी है

हर लेन-देन का पूरा रिकॉर्ड बैंकिंग सिस्टम में होना चाहिए। यानी पेमेंट चेक, बैंक ट्रांसफर या डीडी के जरिए ही होना चाहिए ताकि बाद में अगर कोई मामला उठे तो उसका सबूत मौजूद हो।

चौथा नियम – दस्तावेजों पर डिजिटल सिग्नेचर अनिवार्य

यह भी पढ़े:
NEET Low Rank MBBS Options NEET Rank Low? अब अमेरिका में MBBS का सपना होगा पूरा – जानिए कैसे करें आवेदन NEET Low Rank MBBS Options

अब सभी जरूरी दस्तावेजों पर डिजिटल सिग्नेचर जरूरी कर दिया गया है। इससे डॉक्युमेंट्स की प्रामाणिकता साबित होती है और यह प्रक्रिया तेज और सुरक्षित भी बनती है।

इन नियमों से क्या फायदा होगा?

  • धोखाधड़ी से बचाव
    रजिस्ट्रेशन और टाइटल क्लियरेंस से फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल नहीं हो पाएगा और खरीदार- विक्रेता दोनों सुरक्षित रहेंगे।

  • लेन-देन होगा रिकॉर्ड में
    बैंकिंग चैनल से लेन-देन होने से सारी जानकारी सिस्टम में दर्ज होगी, जिससे कोई छुपा ट्रांजैक्शन नहीं होगा।

    यह भी पढ़े:
    Ration Card Gramin List सरकार ने जारी की नई ग्रामीण राशन कार्ड लिस्ट – यहां देखें पूरी डिटेल Ration Card Gramin List
  • डिजिटल सिग्नेचर से सुविधा
    पेपरवर्क से छुटकारा मिलेगा और आप घर बैठे ऑनलाइन सब कुछ कर सकते हैं।

  • लंबी अवधि में फायदा
    जब सभी दस्तावेज और ट्रांजैक्शन क्लियर होंगे तो भविष्य में प्रॉपर्टी बेचने में कोई दिक्कत नहीं होगी।

ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया

सरकार ने प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन के लिए अब ऑनलाइन सुविधा भी शुरू की है, जिससे लोग घर बैठे यह काम निपटा सकते हैं।

यह भी पढ़े:
LPG Cylinder Rates महंगाई में राहत की सांस – गैस सिलेंडर सस्ता हुआ ₹65, देखें ताजा रेट लिस्ट LPG Cylinder Rates
  • सबसे पहले ऑनलाइन फॉर्म भरें
  • जरूरी डॉक्युमेंट्स जैसे पहचान पत्र, बिक्री अनुबंध आदि अपलोड करें
  • निर्धारित फीस का भुगतान ऑनलाइन करें

इस प्रक्रिया से समय की बचत होती है और लंबी लाइन में लगने की जरूरत नहीं पड़ती।

वित्तीय पारदर्शिता क्यों जरूरी है?

आज के समय में, जब हर चीज का डिजिटल रिकॉर्ड रखा जाता है, तो प्रॉपर्टी के लेन-देन को भी ट्रांसपेरेंट बनाना जरूरी है।

  • बैंक ट्रांसफर से पेमेंट करें
  • रसीद और पेमेंट प्रूफ संभालकर रखें
  • जरूरत हो तो किसी अच्छे वित्तीय सलाहकार से राय लें

इससे आप टैक्स से जुड़ी किसी दिक्कत या विवाद से भी बच सकते हैं।

यह भी पढ़े:
School Holiday Extended 8वीं तक स्कूलों की छुट्टियां फिर से बढ़ीं – देखें नई तारीख School Holiday Extended

डिजिटल सिग्नेचर के क्या फायदे हैं?

डिजिटल सिग्नेचर से डॉक्युमेंट की वैधता साबित होती है और कोई भी व्यक्ति बाद में यह नहीं कह सकता कि उसकी सहमति नहीं थी।

  • यह तरीका पूरी तरह से सुरक्षित है
  • प्रक्रिया तेजी से पूरी होती है
  • दस्तावेजों को बार-बार प्रिंट करने की जरूरत नहीं पड़ती

संपत्ति विवादों से कैसे बचें?

  • खरीदी गई प्रॉपर्टी की जांच जरूर करें
  • पुराने मालिक से कानूनी दस्तावेज और टाइटल रिपोर्ट लें
  • यदि शक हो तो वकील या रियल एस्टेट एक्सपर्ट से सलाह लें

अगर आप भविष्य में कोई प्रॉपर्टी लेने या बेचने की योजना बना रहे हैं, तो इन नियमों को समझना और अपनाना आपके लिए बेहद जरूरी है। ये न सिर्फ आपको कानूनी सुरक्षा देंगे बल्कि लेन-देन को सरल और पारदर्शी भी बनाएंगे। सुरक्षित और समझदारी से किया गया निवेश ही सही मायनों में फायदेमंद होता है।

यह भी पढ़े:
TRAI Rural Internet Model TRAI का बड़ा ऐलान – ₹99 में गांवों को मिलेगा हाई-स्पीड Wi-Fi, जानें पूरी योजना TRAI Mandates ₹99 Broadband

Leave a Comment

Join Whatsapp Group