MBBS Cheap College – अगर आप या आपका कोई जानने वाला मेडिकल की पढ़ाई करना चाहता है और बजट कम है, तो ये खबर आपके लिए बहुत काम की है। एमबीबीएस जैसे महंगे कोर्स को भी आप बेहद सस्ती फीस में कर सकते हैं, और वो भी किसी छोटे-मोटे कॉलेज से नहीं, बल्कि देश के टॉप गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में से एक से।
अब बात करते हैं देश के सबसे सस्ते मेडिकल कॉलेज की
NEET UG 2025 का रिजल्ट आ चुका है और अब सभी स्टूडेंट्स को बेसब्री से काउंसलिंग का इंतजार है। इस साल पूरे देश में करीब 1,18,190 एमबीबीएस सीटों पर एडमिशन दिया जाएगा। ये सीटें सरकारी और प्राइवेट दोनों तरह के कॉलेजों में होती हैं। इनमें से 15% सीटें ऑल इंडिया कोटे से और बाकी 85% राज्य कोटे से भरी जाती हैं।
अब सवाल उठता है कि इतने सारे कॉलेजों में सबसे सस्ता कॉलेज कौन सा है? तो जवाब है – मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज (MAMC), दिल्ली।
सिर्फ 240 रुपये सालाना ट्यूशन फीस, सुनकर यकीन नहीं होता न?
लेकिन यही सच है। मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए जो फीस ली जाती है, वो इतनी कम है कि आप एक महीने की मोबाइल रिचार्ज से भी कम खर्च में साल भर की पढ़ाई कर सकते हैं।
यहां कुल फीस कुछ इस तरह है:
- सालाना ट्यूशन फीस – ₹240
- लाइब्रेरी फीस – ₹100
- लैब फीस – ₹10
- यूनिवर्सिटी फीस – ₹300
- सिक्योरिटी फीस – ₹2000 (जो कोर्स पूरा होने पर वापस मिलती है)
- मेडिकल जांच शुल्क – ₹25
टोटल मिलाकर चारों साल में फीस लगभग ₹13,500 ही होती है।
MAMC की खास बातें जो इसे बनाती हैं सबसे अलग
मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज सिर्फ सस्ता ही नहीं है, बल्कि यहां पढ़ाई का स्तर भी शानदार है। कॉलेज दिल्ली सरकार के अंतर्गत आता है और दिल्ली यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड है। इसकी स्थापना 1958 में हुई थी और इसका नाम देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद के नाम पर रखा गया है।
कॉलेज का कैम्पस भी जबरदस्त है – पूरे 122 एकड़ में फैला हुआ। यानी पढ़ाई के साथ-साथ इंफ्रास्ट्रक्चर भी कमाल का है।
एमबीबीएस की सीटें और बाकी फैसिलिटीज
यहां एमबीबीएस की कुल 250 सीटें हैं, जिनमें से कुछ सीटें केंद्र सरकार द्वारा नॉमिनेटेड कैंडिडेट्स के लिए आरक्षित रहती हैं। इसके अलावा, यहां पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेज और सुपर स्पेशलाइजेशन कोर्स भी करवाए जाते हैं।
स्टूडेंट्स के लिए हॉस्टल की भी जबरदस्त व्यवस्था है – कुल 7 हॉस्टल हैं, जिसमें 24 घंटे वाई-फाई, डिजिटल क्लासरूम, मॉडर्न लैब्स और शानदार ऑडिटोरियम जैसी सुविधाएं मिलती हैं।
दिल्ली में कितने मेडिकल कॉलेज और कितनी सीटें हैं?
दिल्ली में फिलहाल कुल 10 मेडिकल कॉलेज हैं, जिनमें कुल 1497 एमबीबीएस सीटें उपलब्ध हैं। इनमें से:
- 1247 सीटें सरकारी मेडिकल कॉलेजों की हैं
- 150 सीटें सोसाइटी या ट्रस्ट द्वारा चलाए जा रहे कॉलेजों में हैं
- और 100 सीटें अन्य संस्थानों की हैं
इस बार एडमिशन NEET UG स्कोर के आधार पर ही होगा। परीक्षा 4 मई को हुई थी और रिजल्ट 14 जून को आ गया है।
किन बच्चों के लिए है ये मौका?
अगर आप मिडिल क्लास या लोअर मिडिल क्लास फैमिली से हैं, और फीस के कारण प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई नहीं कर सकते, तो मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज आपके लिए एक गोल्डन चांस है। कम फीस में जबरदस्त पढ़ाई, बेहतरीन कैंपस और देश के बेस्ट प्रोफेसर – इससे अच्छा क्या चाहिए?
एक नजर में फायदे
- बेहद कम फीस में एमबीबीएस की पढ़ाई
- सरकारी कॉलेज, यानी नौकरी के चांस भी ज्यादा
- दिल्ली जैसी जगह पर पढ़ाई का फायदा – Exposure भी मिलेगा
- शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर और आधुनिक सुविधाएं
- नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर पहचान
अगर आपका NEET स्कोर अच्छा है और आप सरकारी कॉलेज में एडमिशन के लिए क्वालिफाई करते हैं, तो मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज को जरूर ऑप्शन में शामिल करें। ये आपके मेडिकल करियर की एक मजबूत शुरुआत साबित हो सकता है।