Gold Rate Today – भारत में सोना सिर्फ एक धातु नहीं, बल्कि एक इमोशन है। चाहे त्योहार हो, शादी-ब्याह हो या फिर निवेश की बात – सोना हर मौके पर सबसे पसंदीदा विकल्प रहा है। लेकिन बीते कुछ समय से सोने की कीमतें लोगों की जेब पर भारी पड़ रही थीं। अप्रैल 2025 में तो 24 कैरेट सोना 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के पार चला गया था। ऐसे में अब जब जून में सोने के रेट में जबरदस्त गिरावट आई है, तो हर कोई हैरान है।
आज के ताजा सोने के रेट और गिरावट के पीछे की वजहों से लेकर निवेश की सलाह तक – इस आर्टिकल में आपको वो सबकुछ मिलेगा जो आपको जानना चाहिए।
आज का सोने का रेट क्या है?
19 जून 2025 को सोने के ताजा दाम इस तरह हैं:
- 24 कैरेट सोना – 10,108 रुपये प्रति ग्राम
- 22 कैरेट सोना – 9,265 रुपये प्रति ग्राम
- 18 कैरेट सोना – 7,581 रुपये प्रति ग्राम
यानी बीते एक हफ्ते में 24 कैरेट सोने में करीब 43 रुपये प्रति ग्राम की गिरावट आ चुकी है। 10 ग्राम के हिसाब से देखें तो करीब 430 रुपये की कमी हो चुकी है। यह बदलाव निवेशकों के लिए अहम हो सकता है।
प्रमुख शहरों में 10 ग्राम सोने का भाव
- दिल्ली: 24K – 1,01,210 | 22K – 92,800
- मुंबई: 24K – 92,650 | 22K – 92,500
- चेन्नई: 24K – 1,00,370 | 22K – 91,200
- बेंगलुरु: 24K – 1,00,370 | 22K – 91,200
(नोट: रेट्स में टैक्स और मेकिंग चार्ज शामिल नहीं है, शहरों के हिसाब से थोड़े अंतर संभव हैं)
दाम गिरने की वजहें क्या हैं?
- डॉलर का मजबूत होना – जब अमेरिकी डॉलर मजबूत होता है, तो ग्लोबल मार्केट में गोल्ड की कीमतें नीचे आती हैं।
- इंटरनेशनल डिमांड में कमी – दुनियाभर में गोल्ड की मांग में हल्की सुस्ती आई है।
- रुपये की मजबूती – रुपया डॉलर के मुकाबले थोड़ा मजबूत हुआ है, जिससे इम्पोर्टेड गोल्ड सस्ता हो गया है।
- शेयर बाजार में रफ्तार – जब स्टॉक मार्केट अच्छा प्रदर्शन करता है तो निवेशक गोल्ड से पैसा निकालकर शेयर में लगाते हैं।
- सेंट्रल बैंकों की खरीदारी में कमी – पहले जहां बड़ी मात्रा में गोल्ड खरीदा जा रहा था, अब उसमें थोड़ी गिरावट है।
- सीजनल डिमांड – जून-जुलाई में आमतौर पर सोने की खरीदारी कम होती है, जिससे रेट गिर जाते हैं।
पिछले कुछ महीनों का रेट ट्रेंड
- फरवरी 2025: 24K – 84,040
- अप्रैल 2025: 24K – 1,00,000 (रिकॉर्ड हाई)
- मई 2025: 24K – 97,000
- जून 2025: 24K – 1,01,080 से गिरकर 1,00,370
यानी अप्रैल-मई में जो तेजी थी, अब वो गिरावट में बदल चुकी है।
यह भी पढ़े:

निवेशकों के लिए क्या है इसका मतलब?
- नए खरीदारों के लिए मौका – अगर आप पहली बार सोना खरीदने का सोच रहे हैं, तो यह बढ़िया समय हो सकता है।
- पुराने निवेशकों को नुकसान – जिन्होंने अप्रैल में हाई रेट पर खरीदा, उन्हें कुछ समय तक घाटा झेलना पड़ सकता है।
- लॉन्ग टर्म में फायदेमंद – गोल्ड हमेशा लंबी अवधि के निवेश के लिए सही विकल्प माना जाता है।
- डिजिटल विकल्पों पर ध्यान – Gold ETF या डिजिटल गोल्ड में निवेश भी समझदारी भरा कदम हो सकता है।
अब क्या करें?
- थोड़ा-थोड़ा खरीदें – एक साथ भारी रकम लगाने के बजाय किस्तों में सोना खरीदना बेहतर हो सकता है।
- Purity जरूर जांचें – खरीदते वक्त BIS हॉलमार्क देखें।
- शादी या त्योहार है तो खरीद लें – अगर घर में कोई खास मौका आने वाला है तो अभी खरीदारी करना फायदे का सौदा हो सकता है।
- मार्केट पर नजर रखें – कोई भी फैसला करने से पहले लेटेस्ट ट्रेंड और एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर देखें।
आने वाले समय में क्या होगा?
- फेस्टिव सीजन की शुरुआत – अगस्त से दीवाली तक का समय सोने की डिमांड के लिए हॉट सीजन होता है। दाम फिर चढ़ सकते हैं।
- ग्लोबल इकोनॉमिक पॉलिसी – अगर अमेरिका या किसी बड़े देश में इकोनॉमिक पॉलिसी बदलती है, तो असर गोल्ड पर पड़ सकता है।
- डॉलर-रुपया में बदलाव – अगर डॉलर कमजोर हुआ, तो सोना फिर महंगा हो सकता है।
जरूरी टिप्स
- अफवाहों पर भरोसा न करें, हमेशा ऑफिशियल सोर्स से रेट चेक करें
- एक साथ भारी इन्वेस्टमेंट न करें
- डिजिटल ऑप्शन पर भी नजर रखें
- पक्की रसीद और बिल जरूर लें
- लॉन्ग टर्म सोचें, जल्दबाजी में नुकसान हो सकता है
सोने की कीमतों में आई गिरावट ने एक बार फिर लोगों को सतर्क कर दिया है। जिन लोगों ने महंगे रेट पर खरीदारी की थी, उनके लिए यह थोड़ी चिंता की बात हो सकती है, लेकिन जो अभी खरीदना चाहते हैं, उनके लिए सुनहरा मौका है। बाजार में गिरावट हमेशा बुरा संकेत नहीं होता – समझदारी से किया गया निवेश आगे चलकर बड़ा फायदा दे सकता है।
तो अगर आप गोल्ड में निवेश करने का प्लान बना रहे हैं, तो अभी का समय बुरा नहीं है, बस सोच-समझकर कदम उठाएं।