Gold Price Today – सोना हमेशा से ही भारतीयों की पहली पसंद रहा है – चाहे त्योहार हो, शादी-ब्याह या फिर निवेश का मौका। लेकिन पिछले कुछ समय से सोने की कीमतें लगातार बढ़ रही थीं, जिससे लोग खरीदारी से थोड़ा पीछे हट गए थे। अब जब सोने की कीमतों में थोड़ी राहत आई है, तो यह मौका उन लोगों के लिए अच्छा है जो लंबे समय से गोल्ड में निवेश करने की सोच रहे थे।
23 जून 2025 के गोल्ड रेट्स की बात करें तो:
- 24 कैरेट गोल्ड: ₹10,109 प्रति ग्राम
- 22 कैरेट गोल्ड: ₹9,266 प्रति ग्राम
- 18 कैरेट गोल्ड: ₹7,582 प्रति ग्राम
हालांकि ये दरें शहर के हिसाब से थोड़ी ऊपर-नीचे हो सकती हैं। जैसे दिल्ली में 10 ग्राम 24 कैरेट सोना ₹1,01,093 के करीब है, वहीं मुंबई और चेन्नई में ये रेट ₹1,00,900 के आसपास चल रहे हैं।
अब समझते हैं कि ये कैरेट क्या होते हैं?
- 24 कैरेट सोना सबसे शुद्ध होता है, यानी इसमें 99.9% सोना होता है।
- 22 कैरेट गोल्ड में करीब 91.6% सोना होता है और बाकी धातुएं मिलाई जाती हैं ताकि ज्वेलरी मजबूत बन सके।
- 18 कैरेट सोने में सिर्फ 75% सोना होता है और ये आमतौर पर डिजाइनर गहनों में इस्तेमाल होता है।
सोने की कीमतें क्यों गिरीं?
कुछ वजहें हैं जिनसे गोल्ड के रेट में गिरावट आई है:
- इंटरनेशनल मार्केट में डॉलर की मजबूती
- फेस्टिव सीजन का खत्म होना
- गोल्ड की डिमांड में कमी
- इम्पोर्ट ड्यूटी में कुछ बदलाव
- ग्लोबल आर्थिक घटनाएं जैसे ब्याज दरें, शेयर बाजार की हलचल आदि
हालांकि ये गिरावट अस्थायी है, क्योंकि लंबे समय में सोना फिर से बढ़ता ही है।
पिछले 5 सालों में सोने के दामों का ट्रेंड:
- 2021: ₹48,720
- 2022: ₹52,670
- 2023: ₹65,330
- 2024: ₹77,913
- 2025 (अब तक): ₹89,450
ये आंकड़े बताते हैं कि सोने में निवेश करने वालों को हर साल अच्छा मुनाफा मिला है। इसलिए अगर आप लॉन्ग टर्म प्लान कर रहे हैं, तो सोना एक मजबूत विकल्प है।
सोने में निवेश क्यों करें?
- ये महंगाई से सुरक्षा देता है।
- पोर्टफोलियो डाइवर्सिफिकेशन में मदद करता है।
- आसानी से नकद में बदला जा सकता है।
- यह एक सुरक्षित निवेश माना जाता है।
- त्योहारों और शादियों में इसका महत्व और भी बढ़ जाता है।
सोना खरीदते वक्त किन बातों का रखें ध्यान:
- हमेशा BIS हॉलमार्क वाला सोना ही खरीदें।
- बिल जरूर लें।
- मेकिंग चार्ज और टैक्स की जानकारी पहले ही लें।
- प्योरिटी की जांच खुद करें (22K = 916, 24K = 999)।
- ऑनलाइन और लोकल ज्वेलर्स के रेट्स की तुलना करें।
गोल्ड खरीदने के अलग-अलग तरीके:
- ज्वेलरी या बार्स/सिक्के
- डिजिटल गोल्ड – मोबाइल ऐप से खरीदा-बेचा जा सकता है।
- गोल्ड ETF – शेयर मार्केट के जरिए सोने में निवेश
- सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स – सरकार द्वारा जारी बॉन्ड, जिसमें 2.5% ब्याज भी मिलता है
गोल्ड बॉन्ड vs फिजिकल गोल्ड:
फीचर | फिजिकल गोल्ड | गोल्ड बॉन्ड |
---|---|---|
स्टोरेज | घर/लॉकर में रखना पड़ता है | डिजिटल, कोई झंझट नहीं |
ब्याज | नहीं मिलता | 2.5% सालाना ब्याज |
टैक्स | टैक्स लागू होता है | मैच्योरिटी पर टैक्स फ्री |
लिक्विडिटी | कभी भी बेच सकते हैं | कुछ समय के बाद ही बेचना बेहतर |
कब खरीदें सोना?
- जब सोने की कीमतों में गिरावट हो
- त्योहार या शादी-ब्याह से कुछ दिन पहले
- डॉलर कमजोर हो तो सोना सस्ता होता है
फ्यूचर ट्रेंड क्या कहता है?
जैसे-जैसे फेस्टिव सीजन करीब आएगा, सोने की डिमांड फिर से बढ़ सकती है और कीमतें भी ऊपर जा सकती हैं। इसलिए अभी का वक्त खरीदारी के लिए सही माना जा रहा है।
अगर आप लंबे समय के लिए एक सेफ और भरोसेमंद निवेश की तलाश में हैं तो सोना सबसे बढ़िया ऑप्शन है। चाहे आप गहनों के रूप में खरीदें या डिजिटल फॉर्म में – यह आपको हमेशा आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में मदद करेगा। लेकिन खरीदने से पहले रेट की सही जानकारी जरूर लें और अपनी जरूरत के अनुसार विकल्प चुनें।