Senior Citizen Railway Discount – अगर आपके घर में माता-पिता, दादा-दादी या कोई और बुजुर्ग हैं, तो ये खबर आपके लिए है। भारतीय रेलवे ने 2025 में फिर से वरिष्ठ नागरिकों के लिए टिकट में छूट देने की सुविधा शुरू कर दी है। कोरोना महामारी के बाद यह योजना बंद कर दी गई थी, लेकिन अब इसे फिर से लागू कर दिया गया है।
इस फैसले से देश भर के बुजुर्गों में जबरदस्त खुशी देखने को मिल रही है। जिन बुजुर्गों की आमदनी सीमित होती है और जो रेल यात्रा को ही प्राथमिकता देते हैं, उनके लिए यह योजना किसी राहत से कम नहीं है।
क्यों जरूरी थी यह सुविधा?
जब कोविड के दौरान रेलवे ने यह छूट बंद की थी, तब लाखों बुजुर्गों को टिकट के लिए पूरी कीमत चुकानी पड़ रही थी। कई बार ऐसे भी हालात बन जाते थे जब बुजुर्ग यात्रा करने से सिर्फ इसलिए बचते थे क्योंकि खर्च ज्यादा था। आम जनता और सामाजिक संगठनों की लगातार मांग के बाद आखिरकार रेलवे ने बुजुर्गों की परेशानी को समझा और 2025 में इस योजना को फिर से शुरू कर दिया।
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अब बुजुर्ग न सिर्फ यात्रा कर पाएंगे, बल्कि उन्हें फिर से वो सम्मान मिलेगा, जो सालों की मेहनत और अनुभव के बाद मिलना चाहिए।
किसे मिलेगी छूट और कितनी?
रेलवे ने कुछ नियम बनाए हैं जिसके तहत अलग-अलग श्रेणियों में बुजुर्गों को छूट दी जा रही है। ये छूट सभी ट्रेनों में मान्य होगी, लेकिन कुछ शर्तों के साथ। नीचे विस्तार से जानकारी दी जा रही है:
- महिलाएं जो 58 साल या उससे ज्यादा उम्र की हैं, उन्हें टिकट पर 50 प्रतिशत की छूट मिलेगी।
- पुरुष वरिष्ठ नागरिक जिनकी उम्र 60 साल या उससे ज्यादा है, उन्हें 40 प्रतिशत की छूट दी जाएगी।
- शारीरिक रूप से असमर्थ वरिष्ठ नागरिकों को 70 प्रतिशत तक की छूट मिल सकती है। इसके लिए उचित पहचान पत्र देना होगा।
- SC/ST वर्ग के वरिष्ठ नागरिकों को भी 50 प्रतिशत की छूट दी जाएगी।
- रिटायर्ड फौजियों को 60 प्रतिशत की छूट दी जा रही है, बशर्ते वे सेवा से संबंधित दस्तावेज पेश करें।
- विदेशी नागरिक जो 60 साल या उससे ज्यादा उम्र के हैं, उन्हें भी 30 प्रतिशत की छूट दी जाएगी, लेकिन उन्हें पासपोर्ट दिखाना जरूरी होगा।
इस योजना से क्या फायदे होंगे?
- खर्च में राहत मिलेगी – अब बुजुर्गों को सफर के लिए टिकट की पूरी कीमत नहीं चुकानी पड़ेगी।
- सम्मान की भावना बढ़ेगी – बुजुर्गों को लगेगा कि सरकार उन्हें भूल नहीं रही।
- धार्मिक और पारिवारिक यात्राएं आसान होंगी – अब घर से दूर किसी मंदिर या रिश्तेदार से मिलने जाना जेब पर भारी नहीं पड़ेगा।
- यात्रा का हौसला बढ़ेगा – उम्र के इस पड़ाव में थोड़ा घूमना-फिरना भी बहुत जरूरी होता है। इससे मानसिक ताजगी भी मिलती है।
इस योजना का लाभ कैसे लें?
अगर आप या आपके किसी परिचित को इस योजना का लाभ लेना है, तो तरीका बेहद आसान है:
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- ऑनलाइन टिकट बुकिंग करते वक्त IRCTC वेबसाइट या ऐप में “Senior Citizen Concession” का विकल्प चुनें।
- अगर आप रेलवे काउंटर से टिकट खरीदते हैं, तो टिकट बनवाते समय वरिष्ठ नागरिक वाली कैटेगरी चुनें।
- आधार कार्ड, पैन कार्ड या कोई भी मान्य पहचान पत्र साथ रखें ताकि उम्र का प्रमाण मिल सके।
बुजुर्गों के लिए रेलवे की दूसरी सुविधाएं भी जान लीजिए
रेलवे सिर्फ टिकट में छूट ही नहीं दे रहा, बल्कि कई दूसरी चीजों पर भी ध्यान दे रहा है ताकि बुजुर्गों की यात्रा और भी आसान हो सके:
- बुजुर्गों के लिए आरक्षित कोच में आरामदायक सीटों की व्यवस्था।
- स्टेशन पर व्हीलचेयर और रैंप की सुविधा।
- विशेष हेल्प डेस्क, जहां बुजुर्गों को मदद मिलती है।
- प्लेटफॉर्म के पास टिकट काउंटर, ताकि ज्यादा चलना न पड़े।
आने वाले समय में क्या बदलाव हो सकते हैं?
रेलवे इस योजना को और बेहतर बनाने की सोच रहा है। कुछ संभावित कदम ये हो सकते हैं:
- तीर्थ यात्राओं के लिए विशेष ट्रेनें शुरू की जा सकती हैं।
- बुजुर्गों को लोअर बर्थ की प्राथमिकता दी जा सकती है।
- मेडिकल इमरजेंसी सुविधा की व्यवस्था हो सकती है।
- मोबाइल ऐप से सीधे सीनियर हेल्पलाइन सपोर्ट की सुविधा मिल सकती है।
कुछ चुनौतियां भी हैं
हर योजना के साथ कुछ दिक्कतें भी आती हैं, जैसे:
- रेलवे को इस सुविधा से राजस्व में कमी का सामना करना पड़ सकता है।
- कुछ लोग फर्जी दस्तावेज बनाकर इस सुविधा का गलत फायदा उठा सकते हैं।
- देश के हर स्टेशन पर सारी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं, जिससे कुछ बुजुर्गों को दिक्कत होती है।
हालांकि रेलवे का कहना है कि वो इन समस्याओं का समाधान निकालने के लिए काम कर रहा है।
वरिष्ठ नागरिक टिकट छूट योजना सिर्फ कुछ पैसे बचाने का जरिया नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा कदम है जो समाज को यह याद दिलाता है कि बुजुर्ग सिर्फ जिम्मेदारी नहीं, बल्कि अनुभव का खजाना होते हैं। उन्हें अगर सुविधा मिले तो न सिर्फ उनकी जिंदगी आसान होती है, बल्कि समाज भी खुशहाल बनता है।
अगर आपके घर में कोई बुजुर्ग हैं, तो उन्हें यह जानकारी जरूर दें। अगली बार जब वो ट्रेन से सफर करें, तो उन्हें सस्ती और सम्मानजनक यात्रा का पूरा हक मिले।
