Property Investment Tips – अगर आप भी सोच रहे हैं कि मेहनत की कमाई को किसी सही जगह लगाकर अच्छी आमदनी की जाए, तो रियल एस्टेट यानी प्रॉपर्टी इन्वेस्टमेंट आपके लिए शानदार मौका है। लेकिन ध्यान रहे, प्रॉपर्टी में पैसा लगाना जितना फायदे का सौदा हो सकता है, उतना ही रिस्की भी अगर आपको सही जानकारी न हो। एक छोटी सी गलती लाखों का नुकसान करवा सकती है।
इसलिए अगर आप मकान, प्लॉट, दुकान या कोई कमर्शियल प्रॉपर्टी खरीदने की सोच रहे हैं तो ये 5 बातें जरूर जान लें। ये बातें न सिर्फ आपको बेहतर इन्वेस्टमेंट का रास्ता दिखाएंगी बल्कि कानूनी उलझनों से भी बचाएंगी।
1. सबसे पहले लोकेशन देखें, बाकी सब बाद में
रियल एस्टेट में हमेशा कहा जाता है – “लोकेशन इज किंग।” मतलब, कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले उसकी जगह बहुत जरूरी है। अगर प्रॉपर्टी मेट्रो स्टेशन, स्कूल, अस्पताल या मार्केट के पास है तो उसका रेट खुद-ब-खुद बढ़ता है। ऐसे इलाकों में रेंटल इनकम की संभावना भी ज्यादा होती है।
इसके अलावा ये भी देखिए कि उस जगह का रोड कनेक्शन, आने-जाने की सुविधा और भविष्य में क्या-क्या डेवलपमेंट होने वाला है। जिन इलाकों में नई मेट्रो लाइन, हाईवे या इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट आने वाले हैं, वहां की कीमतें तेजी से बढ़ती हैं।
2. कागज़ों की जांच खुद करें या वकील से करवा लें
बहुत सारे लोग जल्दीबाजी में कागज़ों की जांच किए बिना ही डील फाइनल कर लेते हैं और बाद में केस-कचहरी में फंस जाते हैं। किसी भी प्रॉपर्टी को खरीदने से पहले ये डॉक्युमेंट्स जरूर चेक करें:
- सेल डीड
- म्यूटेशन सर्टिफिकेट
- एनओसी (No Objection Certificate)
- टाइटल क्लियरेंस
- एन्कम्ब्रेंस सर्टिफिकेट
अगर कागज़ों की भाषा समझ न आए तो किसी वकील से सलाह लें। आजकल कई राज्यों की वेबसाइट पर आप ऑनलाइन ही रजिस्ट्री और मालिकाना हक की जानकारी चेक कर सकते हैं।
3. फ्यूचर वैल्यू और ग्रोथ का पता लगाएं
प्रॉपर्टी को सिर्फ छत की जरूरत समझकर न लें, बल्कि इन्वेस्टमेंट के नजरिए से देखें। उस इलाके में अगले 5-10 साल में क्या बड़े प्रोजेक्ट शुरू होने वाले हैं, ये जरूर जांचें। जैसे – नया एयरपोर्ट, एक्सप्रेसवे, मेट्रो स्टेशन या आईटी पार्क।
जिन इलाकों में डेवलपमेंट की प्लानिंग है, वहां प्रॉपर्टी की कीमतें तेजी से ऊपर जाती हैं। इसलिए थोड़ा रिसर्च जरूर करें ताकि आपकी प्रॉपर्टी का रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट (ROI) जबरदस्त मिले।
4. किराए से होने वाली आमदनी का अंदाजा लगाएं
अगर आप सोच रहे हैं कि प्रॉपर्टी खरीदकर उसे किराए पर देंगे, तो पहले उस इलाके की किराया डिमांड जरूर जांचें। कॉलेज, ऑफिस, फैक्ट्री या इंडस्ट्रियल एरिया के पास मकान और दुकान की डिमांड ज्यादा होती है।
आजकल को-लिविंग स्पेस, पीजी और छोटे ऑफिस भी अच्छा रिटर्न देते हैं। यानी अगर आप रेंटल इनकम का फायदा उठाना चाहते हैं तो जगह का चुनाव बहुत सोच-समझकर करें।
5. टैक्स और रजिस्ट्री से जुड़े नियमों को समझना जरूरी
प्रॉपर्टी खरीदने या बेचने में सिर्फ कीमत ही नहीं, टैक्स और सरकारी फीस भी लगती है। जैसे:
- स्टाम्प ड्यूटी
- रजिस्ट्री फीस
- कैपिटल गेन टैक्स
इन सभी का सही आकलन पहले से कर लेना चाहिए ताकि बाद में किसी परेशानी का सामना न करना पड़े। अगर ज़रूरत लगे तो किसी टैक्स एक्सपर्ट से सलाह लें।
क्यों जरूरी है सही प्लानिंग?
आजकल प्रॉपर्टी फ्रॉड्स भी खूब हो रहे हैं। कई बार लोग फर्जी मालिक बनकर जमीन बेच देते हैं या विवादित जमीन किसी भोले खरीदार को थमा देते हैं। इसलिए जितनी ज्यादा जानकारी आप रखेंगे, उतना ही आप अपने पैसे को सुरक्षित रख पाएंगे।
एक्सपर्ट्स की राय क्या है?
रियल एस्टेट के जानकारों का कहना है कि अगर आप पहली बार निवेश कर रहे हैं तो बहुत बड़ी रकम लगाकर शुरू न करें। पहले छोटे फ्लैट या दुकान में निवेश करें, रीसेल प्रॉपर्टी देखें और एक भरोसेमंद एजेंट या कंपनी के साथ ही डील करें।
अगर आप चाहते हैं कि आपकी कमाई से पैसा ही पैसा बने तो इन 5 बातों को कभी न भूलें:
- लोकेशन को प्राथमिकता दें
- डॉक्युमेंट्स की अच्छी तरह जांच करें
- उस इलाके के फ्यूचर ग्रोथ को समझें
- रेंटल इनकम की संभावनाएं जरूर देखें
- टैक्स और रजिस्ट्री के खर्चों की सही जानकारी लें
ज़रूरी सलाह:
- प्रॉपर्टी खरीदने से पहले आस-पास की रेट्स जरूर चेक करें
- ऑनलाइन जमीन रिकॉर्ड जरूर देख लें
- कानूनी सलाह और टैक्स गाइडेंस की मदद लें
सही जानकारी और थोड़ी समझदारी से आप प्रॉपर्टी इन्वेस्टमेंट में बढ़िया कमाई कर सकते हैं और लंबे वक्त में खुद को एक मजबूत फाइनेंशियल स्थिति में ला सकते हैं।
