Gold Rate – अगर आप भी सोने की बढ़ती कीमतों को देखकर हैरान हैं और सोच रहे हैं कि अब क्या करें – तो यह खबर आपके लिए काफी काम की है। हाल ही में सोने के दाम जिस तेजी से आसमान छू रहे हैं, उसने हर किसी को चौंका दिया है। 10 ग्राम सोना पहली बार एक लाख रुपये के पार पहुंच गया है और अब लोगों के दिमाग में बस यही सवाल है कि आगे क्या होगा? क्या सोना और महंगा होगा या फिर अब इसमें गिरावट आएगी?
तो चलिए, पूरे मामले को आसान भाषा में समझते हैं।
सोना पहुंचा रिकॉर्ड स्तर पर
इस वक्त देशभर में सोने की कीमत 10 ग्राम के लिए करीब 1 लाख 700 रुपये तक जा पहुंची है। ये भारतीय बाजार में एक ऐतिहासिक मोड़ है क्योंकि ऐसा पहली बार हुआ है जब सोना इतना महंगा हो गया है। और ये सिर्फ भारत की कहानी नहीं है, इंटरनेशनल मार्केट में भी हालात कुछ ऐसे ही हैं – जहां सोना 3460 डॉलर प्रति औंस तक बिक रहा है।
क्यों बढ़ रही है कीमत?
अब सवाल ये है कि आखिर ऐसा हो क्यों रहा है? इसका सीधा जवाब है – मध्य पूर्व में चल रहा तनाव, खासकर ईरान और इजराइल के बीच। जब भी दुनिया में अस्थिरता या युद्ध जैसे हालात होते हैं, तब लोग ऐसे एसेट्स की ओर भागते हैं जो सुरक्षित माने जाते हैं – और सोना उनमें सबसे ऊपर आता है। इसीलिए अभी भारी मात्रा में निवेशक सोने में पैसा लगा रहे हैं और यही डिमांड उसकी कीमत को ऊपर चढ़ा रही है।
एक महीने में 10 हजार का उछाल
अगर हम सिर्फ पिछले एक महीने की बात करें तो अप्रैल के अंत में सोना जहां 99,358 रुपये प्रति 10 ग्राम था, वहीं जून के बीच में यह 1,01,078 रुपये तक जा पहुंचा है। यानी एक महीने में ही करीब 10,000 रुपये की छलांग। ये बहुत बड़ा उछाल है। दूसरी तरफ, चांदी की कीमतों में थोड़ी गिरावट भी आई है, जो ये दिखाता है कि लोग फिलहाल सोने को ज्यादा सुरक्षित मान रहे हैं।
भारत में लोगों की टेंशन बढ़ी
भारत में सोना सिर्फ एक इन्वेस्टमेंट नहीं, बल्कि संस्कार और परंपरा का हिस्सा है। शादी-ब्याह, त्योहार – सब कुछ सोने के बिना अधूरा लगता है। ऐसे में जब इसकी कीमतें रिकॉर्ड बना रही हैं, तो मध्यम वर्गीय परिवारों की टेंशन बढ़ना लाज़मी है।
खरीदते समय सावधानी जरूरी
अब जब दाम इतने ऊंचे हैं, तो अगर आप सोना खरीदने की सोच रहे हैं, तो थोड़ा संभलकर चलिए। हमेशा हॉलमार्क वाला सोना ही खरीदें, क्योंकि यही उसकी शुद्धता की गारंटी होती है। बिना हॉलमार्क के सोने में मिलावट की संभावना ज्यादा रहती है, और ऐसे वक्त में छोटी सी गलती भी बड़ा नुकसान करा सकती है।
क्या आगे दाम गिरेंगे?
बहुत सारे अंतरराष्ट्रीय बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि ये जो तेजी है, वह अस्थायी है। जैसे ही युद्ध जैसे हालात सामान्य होंगे, लोग फिर से स्टॉक्स या रियल एस्टेट जैसे दूसरे विकल्पों में पैसा लगाना शुरू कर देंगे। ऐसे में सोने की मांग घटेगी और कीमतें खुद-ब-खुद नीचे आने लगेंगी।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिसंबर 2025 तक सोने की कीमत 56 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम तक गिर सकती है – अगर हालात सामान्य रहे तो। हालांकि ये एक अनुमान है, और फाइनल नतीजा बाजार की चाल पर ही निर्भर करेगा।
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
अगर आप सोने में निवेश करना चाहते हैं तो फिलहाल थोड़ा रुक जाइए। अभी बाजार बहुत उतार-चढ़ाव वाला है। और अगर आपने पहले से इसमें पैसा लगाया है तो मुनाफा सुरक्षित करने की रणनीति अपनाइए।
एक स्मार्ट तरीका है – डॉलर कॉस्ट एवरेजिंग, यानी हर महीने एक निश्चित रकम का निवेश करना। इससे अगर दाम ऊपर-नीचे भी होते हैं तो आपका औसत निवेश दाम ठीक रहता है।
सोने में निवेश से पहले थोड़ा होमवर्क जरूर करें। अगर आप खुद तय नहीं कर पा रहे कि क्या करें, तो किसी फाइनेंशियल एक्सपर्ट से सलाह ले लें। और हां, कभी भी सिर्फ खबरों के आधार पर फटाफट फैसले न लें, क्योंकि निवेश का मामला है – और इसमें नुकसान भी हो सकता है।