School Holiday Extended – इस बार गर्मी ने पूरे देश में लोगों की हालत खराब कर रखी है। बच्चों के लिए तो ये मौसम और भी ज्यादा मुश्किल बन गया है। ऐसे में बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में गर्मी की छुट्टियों को 30 जून तक बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। पहले तो योजना थी कि 21 से 23 जून के बीच स्कूल दोबारा खुल जाएंगे, लेकिन अब मौसम की मार को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।
भीषण गर्मी बनी बड़ी वजह
मौसम विभाग के मुताबिक कई राज्यों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है। ऐसे हालात में बच्चों को स्कूल भेजना किसी खतरे से कम नहीं होगा। बच्चों की सेहत के साथ कोई समझौता न हो, इसी सोच के साथ शिक्षा विभाग ने छुट्टियों को आगे बढ़ाने का प्रस्ताव रखा है। उम्मीद है कि 1 जुलाई से स्कूल दोबारा खुल सकेंगे।
हालांकि अभी तक किसी राज्य की ओर से औपचारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन कई राज्यों में तैयारी शुरू हो चुकी है और शिक्षकों को सूचित कर दिया गया है कि अभी स्कूल खुलने में थोड़ा और वक्त लगेगा।
हर स्कूल पर लागू होगा आदेश
यह फैसला सिर्फ सरकारी स्कूलों तक सीमित नहीं है। शिक्षा विभाग ने साफ कर दिया है कि यह आदेश सभी मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों पर भी लागू होगा। यानी कोई भी स्कूल – चाहे वह सरकारी हो या प्राइवेट – 1 जुलाई से पहले नहीं खुलेगा। जो भी स्कूल नियमों की अनदेखी करेगा, उस पर सख्त कार्रवाई की जा सकती है।
अभिभावकों की मिली-जुली प्रतिक्रिया, पर राहत भी
इस फैसले को लेकर माता-पिता का रवैया सकारात्मक ही नजर आ रहा है। अधिकतर अभिभावकों का कहना है कि मौजूदा मौसम में बच्चों को स्कूल भेजना सही नहीं है। जो बच्चे गर्मी में बाहर निकलते हैं, उनमें डिहाइड्रेशन, चक्कर आना और कमजोरी जैसी समस्याएं जल्दी हो जाती हैं।
एक माता-पिता ने बताया, “बच्चे अभी घर पर सुरक्षित हैं। उन्हें ठंडी जगह पर रखने की कोशिश कर रहे हैं। अगर स्कूल खुल जाते, तो ना जाने क्या हालत होती।”
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हालांकि कुछ कामकाजी माता-पिता के लिए यह मुश्किल भी बन सकता है क्योंकि वे बच्चों को घर पर अकेला नहीं छोड़ सकते। लेकिन फिर भी बच्चों की सेहत को देखते हुए ज्यादातर लोग इस फैसले के समर्थन में हैं।
स्कूलों की तैयारियां अब जुलाई से
चूंकि अब स्कूल जुलाई से खुलेंगे, तो कई स्कूल प्रशासन अपने नए सत्र की तैयारियों को दोबारा से शेड्यूल कर रहे हैं। कुछ स्कूल ऑनलाइन क्लासेस की भी योजना बना रहे हैं ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो। हालांकि अधिकांश स्कूल चाहते हैं कि पढ़ाई फिजिकल मोड में ही हो क्योंकि बच्चों के लिए क्लासरूम का माहौल ही सबसे अच्छा होता है।
मौसम विभाग ने क्या कहा?
मौसम विभाग की मानें तो आने वाले कुछ दिनों में भी तापमान में कोई खास राहत नहीं मिलेगी। हालांकि 28 या 29 जून के बाद मानसून की शुरुआत होने की संभावना जताई गई है। उसके बाद ही मौसम थोड़ा नरम होगा और बच्चे स्कूल के माहौल में लौट सकेंगे।
विशेषज्ञों का कहना है कि छोटे बच्चों को ऐसे मौसम में खास देखभाल की जरूरत होती है। बहुत से बच्चे स्कूल में गर्मी की वजह से बीमार पड़ सकते हैं, इसलिए स्कूल खुलने का फैसला पूरी तरह से मौसम पर निर्भर करेगा।
बच्चों के लिए क्या करें इस दौरान?
गर्मी की छुट्टियों के बढ़ जाने से बच्चे थोड़े और दिनों तक घर पर ही रहेंगे। इस समय को अच्छा बनाने के लिए अभिभावक कुछ इन चीजों पर ध्यान दे सकते हैं:
- बच्चों को दिन में अधिकतर समय घर के अंदर रखें
- उन्हें हल्का खाना और ठंडी चीजें जैसे नींबू पानी या छाछ दें
- मोबाइल या टीवी की जगह कुछ क्रिएटिव एक्टिविटी कराएं जैसे ड्राइंग, पेंटिंग या किताबें पढ़ना
- अगर स्कूल की ओर से कोई होमवर्क या प्रोजेक्ट मिला हो, तो धीरे-धीरे उसे पूरा कराएं
अभी की स्थिति को देखते हुए कहा जा सकता है कि यह फैसला बच्चों के हित में है। जब गर्मी इतनी तेज हो कि खुद बड़े लोग भी दोपहर में बाहर निकलने से डरें, तो बच्चों के लिए तो खतरा और भी ज्यादा हो जाता है। 30 जून तक का इंतजार लंबा जरूर लग सकता है, लेकिन ये वक्त बच्चों की सुरक्षा के लिए जरूरी है।