School Holiday – गर्मी की छुट्टियाँ आते ही बच्चों के चेहरे पर जो चमक आती है, वो किसी फेस्टिवल से कम नहीं होती। एग्ज़ाम्स खत्म, रिपोर्ट कार्ड मिल चुका और अब न तो जल्दी उठने की टेंशन, न स्कूल यूनिफॉर्म पहनने की जल्दी, और न ही होमवर्क का डर। बस अब शुरू होती है फुल एंटरटेनमेंट की छुट्टियाँ। 2025 की गर्मी भी कुछ ऐसा ही सीन लेकर आई है, जहां देशभर के सरकारी और प्राइवेट स्कूल करीब 45 दिनों के लिए बंद रहने वाले हैं।
गर्मी की छुट्टियाँ क्यों दी जाती हैं?
हर साल अप्रैल से जून के बीच देश के ज़्यादातर हिस्सों में गर्मी अपने चरम पर होती है। कई जगह तो तापमान 45 डिग्री से भी ऊपर चला जाता है। ऐसे में बच्चों को स्कूल भेजना सेहत के लिए रिस्की हो सकता है। इसलिए गर्मियों में स्कूल बंद कर दिए जाते हैं ताकि बच्चे और टीचर्स दोनों को आराम मिल सके। ये ब्रेक पढ़ाई के बीच का ज़रूरी रिफ्रेशर होता है, जिसमें बच्चे घूमने-फिरने, खेल-कूद और नई चीज़ें सीखने का पूरा मजा ले सकते हैं।
राज्यवार छुट्टियों की डिटेल
हर राज्य का मौसम अलग होता है, इसलिए छुट्टियों की तारीखें भी अलग-अलग होती हैं। उत्तर भारत में जहां गर्मी तेज होती है, वहीं दक्षिण भारत में मौसम थोड़ा कूल रहता है, तो वहां छुट्टियाँ थोड़ी कम होती हैं।
उत्तर भारत (उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, पंजाब, बिहार):
सरकारी स्कूल करीब 15 मई से 30 जून तक बंद रहेंगे यानी पूरे 45 दिन की छुट्टी। कई प्राइवेट स्कूल 10 मई से ही बंद हो जाते हैं और 1 जुलाई से फिर से खुलते हैं।
मध्य भारत (मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़):
यहां गर्मी थोड़ा देर से पड़ती है, इसलिए छुट्टियाँ भी 10 से 20 मई के बीच शुरू होती हैं और स्कूल जून के आखिरी हफ्ते या जुलाई के पहले हफ्ते में खुलते हैं।
दक्षिण भारत (कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, केरल):
यहां छुट्टियाँ कम रहती हैं। अप्रैल के मध्य से लेकर मई के अंत तक स्कूल बंद रहते हैं। जून के अंत तक नया सत्र भी शुरू हो जाता है।
पूर्वी भारत (पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा):
यहां आमतौर पर 15 मई से 15 जून तक छुट्टियाँ रहती हैं। लेकिन कभी-कभी अगर लू ज़्यादा हो रही हो तो छुट्टियाँ पहले भी घोषित कर दी जाती हैं।
कॉलेजों में कैसी छुट्टियाँ रहती हैं?
सरकारी कॉलेजों में छुट्टियाँ मई के मध्य से जुलाई की शुरुआत तक रहती हैं। हालांकि प्राइवेट कॉलेजेस और यूनिवर्सिटीज़ में सेमेस्टर सिस्टम के चलते छुट्टियों की तारीखें अलग हो सकती हैं। लेकिन फिर भी करीब 30 दिन की ब्रेक तो मिलता ही है।
क्या छुट्टियों में ऑनलाइन क्लास होंगी?
अब ये सवाल ज़रूर आता है कि क्या छुट्टियों में भी ऑनलाइन क्लास लेनी पड़ेगी? अच्छी खबर ये है कि ज़्यादातर स्कूल गर्मी की छुट्टियों में कोई क्लास नहीं रखते। लेकिन कुछ प्राइवेट स्कूल, खासकर 9वीं से 12वीं के स्टूडेंट्स के लिए 1-2 दिन ऑनलाइन सेशन या असाइनमेंट ज़रूर दे सकते हैं। ये पूरी तरह स्कूल की पॉलिसी पर निर्भर करता है।
बच्चों को छुट्टियों में क्या करना चाहिए?
छुट्टियाँ सिर्फ मोबाइल, टीवी और नींद पूरी करने के लिए नहीं होती। बच्चों के लिए ये एक शानदार मौका है अपनी हॉबीज़ को एन्जॉय करने का और कुछ नया सीखने का। बच्चे म्यूज़िक, डांस, पेंटिंग, ड्रॉइंग या स्पोर्ट्स में भाग ले सकते हैं। साथ ही रोज़ाना 30 मिनट किताबें पढ़ने की आदत भी डाल सकते हैं। सुबह-शाम पार्क में दौड़ लगाना, दादा-दादी से कहानियां सुनना और किचन में मॉम की हेल्प करना भी छुट्टियों का मजेदार हिस्सा बन सकता है।
पैरेंट्स के लिए भी कुछ टिप्स
बच्चों की छुट्टियाँ पैरेंट्स के लिए भी एक मौका हैं — उनके साथ समय बिताने का। इस दौरान बच्चों को घरेलू कामों में शामिल करें, उनके साथ मिलकर कोई गेम खेलें, फैमिली ट्रिप की प्लानिंग करें और सबसे ज़रूरी — उन्हें स्क्रीन टाइम कंट्रोल करना सिखाएं। अगर बच्चे को मोबाइल या टीवी देखना ही है, तो टाइम टेबल बनाएं और उस पर सख्ती से अमल करें।
छुट्टियों की सही जानकारी कैसे पाएं?
हर स्कूल की छुट्टियों की तारीखें थोड़ी अलग हो सकती हैं, इसलिए अपने बच्चे के स्कूल की ऑफिशियल वेबसाइट, व्हाट्सएप ग्रुप या नोटिस बोर्ड पर ज़रूर नज़र रखें। इससे आपको सही शेड्यूल मिल जाएगा और आप ट्रिप या समर कैंप जैसी प्लानिंग पहले से कर पाएंगे।
Disclaimer
यह लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है। छुट्टियों की वास्तविक तारीखें आपके राज्य और स्कूल की शिक्षा बोर्ड की गाइडलाइन्स पर निर्भर करती हैं। कृपया अधिक सटीक जानकारी के लिए अपने स्कूल की ऑफिशियल वेबसाइट या कक्षा शिक्षक से संपर्क करें।